भारत-फ्रांस मिलकर बनाएंगे सुपर फाइटर इंजन, देश में बनेगा AMCA का दिल!

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

भारत अब विदेशी इंजन पर निर्भर नहीं रहना चाहता — और इसी लक्ष्य की तरफ बड़ा कदम है DRDO और फ्रांस की कंपनी Safran के साथ नया इंजन डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट। ये इंजन भारत के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) और अन्य आधुनिक लड़ाकू विमानों के लिए होगा।

प्रोजेक्ट की खास बात?
100% तकनीकी हस्तांतरण और भारत में ही डिजाइन, डेवलपमेंट, टेस्टिंग और प्रोडक्शन!

क्या है भारत का प्लान?

DRDO पहले ही Safran के प्रस्ताव को हरी झंडी दे चुका है। इंजन की क्षमता होगी लगभग 120 kN thrust — जो 5वीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
इस प्रोजेक्ट में DRDO की लैब GTRE (Gas Turbine Research Establishment) भी भाग लेगी। कुल अनुमानित लागत है लगभग $7 बिलियन (₹58,000 करोड़)

अधिकारियों के मुताबिक: भारत को इस प्रोजेक्ट में IP (Intellectual Property) राइट्स और लाइसेंसिंग पर पूरा कंट्रोल मिलेगा। यानी फुल स्वदेशी अधिकार।

राजनाथ सिंह ने दी मंजूरी – बोले, भारत में बनेगा फाइटर जेट का दिल

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम’ में इस डील की पुष्टि करते हुए कहा:

“भारत अब अपने पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट्स को खुद बनाएगा और उनके इंजन का निर्माण भी यहीं होगा।”

क्यों जरूरी है यह इंजन प्रोजेक्ट?

भारत के पास अब तक अपने फाइटर जेट्स के लिए घरेलू इंजन तकनीक नहीं रही है। GE-F404 इंजन की डिलीवरी में हुई देरी और थ्रस्ट-टू-वेट अनुपात की कमी की वजह से तेजस जैसे प्रोजेक्ट प्रभावित होते रहे हैं।

अब Safran की साझेदारी से भारत को मिलेगा
उच्च थ्रस्ट इंजन
रडार से बचाव वाला डिज़ाइन
पूरी आपूर्ति श्रृंखला का विकास

HAL और GE की डील बनाम Safran

जहाँ HAL और GE अभी तक GE-F414 इंजन (98kN thrust) के लिए 80% टेक्नोलॉजी ट्रांसफर डील को अंतिम रूप नहीं दे सके हैं, वहीं Safran की डील भारत को 100% टेक्नोलॉजी ट्रांसफर देगी — और ये गेम चेंजर साबित हो सकता है।

AMCA: भारत का फ्यूचर फाइटर जेट

AMCA, भारत का 5वीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर प्रोग्राम है, जिसमें होंगे:

  • स्टेल्थ फीचर्स (Serpentine Air Intake)

  • आंतरिक हथियार सिस्टम

  • एडवांस सेंसर फ्यूजन

  • Thrust-to-weight ratio में भारी सुधार

2035 तक यह प्रोडक्शन के लिए तैयार हो सकता है।

भारतीय वायुसेना के अनुसार, AMCA के 7 स्क्वाड्रन (126 जेट्स) शामिल किए जाएंगे। पहले दो स्क्वाड्रन में GE-F414 इंजन होंगे, बाकी पांच में नया 120kN इंजन।

भारत में बनेगा एयरो-इंजन इकोसिस्टम

Safran डील भारत को सिर्फ इंजन नहीं देगी, बल्कि एक पूरा एयरो इंजन मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम विकसित करेगी:

  • देश में ही सप्लाई चेन

  • युवाओं को नई तकनीक पर ट्रेनिंग

  • एक्सपोर्ट की संभावना

Make in India का असली दम अब दिखेगा फाइटर जेट के इंजन में!

क्यों ये डील है ऐतिहासिक?

भारत को पहली बार पूर्ण इंजन डिजाइन व निर्माण की क्षमता मिलेगी
भारतीय वायुसेना की ताकत में भारी इजाफा होगा
विदेशों पर इंजन के लिए निर्भरता घटेगी
रक्षा सेक्टर में निजी कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ेगी

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